मोहनी तोमर हत्याकांड की हो सीबीआई जांच- दिव्या शर्मा।
महिला कांग्रेस कमेटी कासगंज ने राज्यपाल संबोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपा।
फोटो :महिला कोंग्रेस कमेटी की सदस्य एसडीएम को ज्ञापन देते हुए।
कासगंज। महिला अधिवक्ता मोहनी तोमर हत्याकांड को जैसे जैसे समय बीतता जा रहा है बैसे बैसे सामाजिक व राजनैतिक संगठनों मंे आक्रोश वढता जा रहा है। इसी के चलते बुधवार को महिला कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी व महिला संगठनों ने राज्यपाल संबोधित एक ज्ञापन एसडीएम सदर को सौंपा है। जिसमें मोहनी के हत्यारों को कडी से कडी सजा देने व इस हत्याकांड की सीबीआई जांच कराने की मांग की है।
एसडीएम सदर को सौंपे ज्ञापन में महिला कांग्रेस कमेटी के जिला अध्यक्ष दिव्या शर्मा ने बताया है कि बीती तीन सितंबर को जनपद न्यायालय से रहस्मयी तरीके से महिला अधिवक्ता मोहनी तोमर लापता हो गई थी और चार सिंतंबर की देर सांय मोहनी का शव सहावर कोतवाली क्षेत्र में गोराह नहर में छति विछत अवस्था व निवस्त्र अवस्था में मिला था। इस घटना की जितनी निंदा की जाए उतनी कम है, इस घटना से शहर में महिलाओं में भय व्याप्त है। उन्होने कहा कि जब न्यायालय परिसर में ही महिला सुरक्षित नही है, तो शहर के बाजार और गलियों में लडकिंया व महिला कितनी सुरक्षित होंगी, इस बात का ये मोहिनी हत्या कांड प्रमाण है। उन्होने राज्यपाल से मोहनी हत्याकांड की सीबीआई से जांच कराने व मोहनी के सही हत्यारों को कडी से कडी सजा देने की मांग की है। ज्ञापन देने वालों में डॉ ऋचा वर्मा, ममता अग्रवाल, राधिका राजपूत, कंचन शिखरवार, ममता गुप्ता, अनिता सिंह, वंदना दीक्षित, रुपाली सहित अन्य समाज से जुड़ी महिलाएं मौजूद रही।
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हत्याकांड के मुकदमे की जांच में तीव्रता लाते हुए स्पष्ट जाँच की जाये-अधिवक्तागण।
कासगंज। मोहनी हत्याकांड के विरोध में न्याय से विरत रह हडताल कर रहे जनपद न्यायालय के अधिवक्ताओं की एक बैठक आयोजित की गई। बैठक की कासगंज वार एसोसिएशन अध्यक्ष योगेश शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में वार एसोसिएशन अधिवक्ताओं ने महिला अधिवक्ता मोहिनी तोमर एडवोकेट की हत्या के बाद उनके पति विजतेन्द्र तोमर द्वारा कासगंज न्यायालय के 6 अधिवक्ताओं को नामजद करके विरूद्व जो मुकददमा पंजीकृत कराया था। उस संबध में पुलिस ने नामजद सभी अधिवक्ताओं को बीती सात सितंबर व 9 सितंबर को जिला कारागार भेज दिया था। जिसकी बार एसोसिएशन के सदस्यों द्वारा निन्दा की गई। साथ ही पुलिस प्रशासन से मांग की गई कि मुकदमे की जांच में तीव्रता लाते हुए स्पष्ट जाँच की जाये तथा मोहनी तोमर की हत्या के सही दोषियों की गिरफ्तारी की जाये।