तीर्थ नगरी सोरों में वराह जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया।
वराह मंदिर को भव्य फूल बंगला एवं 56 भोग भंडारे का किया गया आयोजन।
कासगंज ब्यूरो।उत्तर प्रदेश के कासगंज जनपद के तीर्थ नगरी सोरों शूकर क्षेत्र में हर वर्ष की बात इस वर्ष भी हरतालिका तीज के अवसर पर भगवान वराह का प्राकृतिक उत्सव जयंती बड़े ही धूमधाम से मनाई गई।
मंदिर प्रांगण में सुबह 10:00 बजे भगवान वराह का मंत्रो उच्चारण के साथ पुरोहितों द्वारा दुग्ध अभिषेक पंचाभिषेक किया गया। पंडित बंशीधर शास्त्री नरेश त्रिगुणायत आदि विद्वानों द्वारा भगवान वाराह का दुग्ध अभिषेक पूजा अर्चना कराई गई ।कार्यक्रम में रिपुदमन सिंह, डीएस लोधी, विवेक राजपूत आदि लोगों ने भगवान वराह के पूजन में भाग लिया।
भगवान वराह मंदिर को भव्य फूलों और रंग बिरंगी लाइट और झालरों से सजाया गया मंदिर में भव्य फूल बंगला और 56 भोग का आयोजन भी किया गया मंदिर में दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को पूरी सब्जी और बूंदी का प्रसाद वितरण भी किया गया। शुक्रवार देर रात तक सैकड़ो की संख्या में श्रद्धालुओं ने भगवान वाराह के दर्शन कर पूर्ण लाभ अर्जित किया वही शाम भगवान वराह और मां गंगा की भव्य आरती का आयोजन भी किया गया ।
मंदिर के महंत विदेहानंद जी महाराज ने बताया राक्षस हिरण्याक्ष का वध करने और पृथ्वी के कल्याण के लिए भगवान वराह ने हरतालिका तीज के दिन पृथ्वी पर प्रकट होकर हिरण्याक्ष का वध किया और पृथ्वी माता का कल्याण किया और भगवान वराह ने सूर्य देव को सर्वप्रथम सोरों शूकर क्षेत्र की धरा पर गीता का उपदेश दिया था। पूर्व काल से ही भगवान वाराह का जन्मोत्सव हरतालिका तीज के अवसर पर बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है।
कार्यक्रम में महामंडलेश्वर आशुतोष आनंद ,महंत विदेहा नंद,नरेश त्रिगुणायत, गंगा वराह गण के सदस्य मुकेश निर्भय,शिवम स्वामी,राहुल निर्भय,सुमित, आकाश तिवारी,आकाश उपाध्याय,वंशी धर गुरु, डब्बू चौधरी,राहुल,अनुभव निर्भय, प्रग्येश द्विवेदी,रोहित देवल आदि लोग उपस्थित रहे।।