4 दिनों में डायरिया से दो युवतियों मौत,
बसई गांव में बढ़ी संख्या में ग्रामीण हुए उल्टी दस्त से ग्रसित,
कासगंज। सिढपुरा विकास खंड क्षेत्र में डायरिया के प्रकोप से बीते चार दिनों में दो युवतियों की मौत होने का मामला प्रकाश में आया है। युवतियों की मौत की खबर मिलते ही स्वास्थ्य विभाग में हडकंप मच गया और आनन फानन में स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में जा पहुंची और ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। जिसमें गांव के तीन दर्जन से अधिक लोग टायफाइड मलेरिया जैसी बीमारी से ग्रसित निकले है।
बतादें कि भीषण गर्मी के दिनों में लोगों को मलेरिया व टायफाइड मलेरिया जैसी बीमारी पैर फैलाने लगती है। इसी भीषण गर्मी के चलते सिढपुरा विकास खंड क्षेत्र के बसई गांव में उल्टी दस्त की बीमारी ने अपने पुरी तरह से पैर पसार लिए है। और दर्जनों ग्रामीण इस बीमारी की चपेट में आकर बीमार हो गए है। इतना ही नहीं इस बीमारी के चलते गांव बसई गांव के रहने वाले 18 वर्षीय जैनब पुत्री वकील अहमद की गुरूवार को उल्टी-दस्त से अचानक तबीयत खराब हो गई। अस्पताल ले जाते समय युवती की मौत हो गई, तो वहीं बीती 22 जुलाई को 22 वर्षीय युवती रहमत पुत्री इश्तियाक अहमद की उल्टी-दस्त से तबीयत बिगड़ गई थी। उसे उपचार के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उपचार के दौरान उसने 24 जुलाई बुधवार को दम तोड़ दिया। जव इस बात की खबर स्वास्थ्य विभाग को मिली तो स्वास्थ्य विभाग में हड कंप मच गया और आनन फानन में स्वास्थ्य कर्मी गांव में जा पहुंचे और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सिढ़पुरा के प्रभारी डॉ. आमिर ने स्वास्थ्य की टीम के साथ गांव में शिविर लगाकर ग्रामीणों की जांच की। शिविर में 125 ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। 38 मरीजों को उल्टी-दस्त, बुखार और बदन दर्द जैसी परेशानी होने पर टाइफाइड और मलेरिया की भी जांच कराई गई। सभी को मौके पर ही दवा वितरित की गई। वहीं स्थानीय ग्रामीण मुकीम खान, अजमत, आमिर, आरिफ और अंसार ने बताया कि गांव के तालाब की सफाई न होने और कीटनाशक का छिड़काव न होने के कारण यह समस्या उत्पन्न हो रही है। अगर जल्द ही इन समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो पूरा गांव बीमारी की चपेट में आ सकता है। वहीं सीएमओ डॉ. राजीव अग्रवाल ने बताया कि एक युवती व एक महिला की उल्टी-दस्त के कारण मौत हुई है। जानकारी मिलने पर स्वास्थ्य टीम को मौके पर भेजा गया था। ग्रामीणों की जांच कराई गई।