(मंदिर में मौजूद इतिहासकार उमेश पाठक)
उत्तर प्रदेश तीर्थ नगरी सोरों शूकर
प्राचीन सीताराम मंदिर में पुरातत्व विभाग द्वारा मंदिर में लगाई गई मंदिर के परिचय संबंधी इतिहास संबंधी पट्टिका में कई गलती त्रुटियां इतिहासकारों ने पाई इतिहासकार उमेश पाठक ने पट्टिका को बदलवाने और संपूर्ण इतिहास मंदिर से संबंधित अंकित किए जाने की मांग की पुरातत्व विभाग से की पुरातत्त्व सर्वेक्षण विभाग ने सोरों प्राचीन सीताराम मंदिर में पत्थर की पट्टिका लगवाई गई है उसमे बहुत त्रुटियां से उसमें भगवान वराह विष्णु के तृतीय अवतार द्वारा राक्षस हरण्याकश्यप का वध बताया गया है जो की गलत अंकित कर दिया गया है जबकि भगवान वराह ने हिरण्याक्ष का वध किया था और भी कई त्रुटियां पत्थर की पट्टिका में अंकित की गई है जिसमें पुरातत्व विभाग से सुधार की मांग की गई है। मांग करने वालों में इतिहासकार उमेश पाठक, राहुल वशिष्ठ।।
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